GRATITUDE: THE KEY TO HAPPINESS
Gratitude is a powerful catalyst for happiness. हमारे पापा इसका परफ़ेक्ट एग्जाम्पल थे . वे हमेशा खुश रहते थे क्योंकि उन्हें ज़िंदगी में थैंकफुल रहना आता था . खाने का पहला कौर लेते ही उनके मुँह से निकलता था : वाह बेटी ! बहुत बढ़िया बनाया है ! मम्मी बनाती थीं तब भी कहते थे : मजा आ गया जी , बड़ा अच्छा बनाया है ! मम्मी भले ही कहती थीं : हूंह ! तुम तो हमेशा ये ही बोलते हो , कभी ख़राब कहा है खाने को ? पापा कहते थे : जब अच्छा बना है तो ख़राब कैसे कहें ? अब सालों साल दिन के तीन वक़्त खाना हमेशा एक्सीलेंट कैसे बनता था , ये तो पापा ही जानें ! पर उनके मुँह से निगेटिव कमेंट ज़्यादा से ज़्यादा इतना ही सुनने को मिलता था : नमक थोड़ा ज़्यादा हो गया , बेटा , कम डाला करो , जिसे चाहिये , ऊपर से के लेगा ! सिर्फ़ खाना नहीं , कोई भी छोटी से छोटी चीज़ उन्हें दो , खुश होकर लेते थे . एक छोटी सी बात याद आती है . उमर बढ़ने क